कली जब तक
कली रहती है
वह नारी बनी रहती है।
लेकिन फूल खिलते ही
पुरुष बन जाता है ।
होते यदि
कामता प्रसाद गुरु
ज़िन्दा,
तो उनसे पूछती,
कली और फूल का
यह व्याकरण कैसा ?
~ उषा वर्मा
July 3, 2014
कली रहती है
वह नारी बनी रहती है।
लेकिन फूल खिलते ही
पुरुष बन जाता है ।
होते यदि
कामता प्रसाद गुरु
ज़िन्दा,
तो उनसे पूछती,
कली और फूल का
यह व्याकरण कैसा ?
~ उषा वर्मा
July 3, 2014
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