बेटियाँ शुभ कामनाएँ हैं,
बेटियाँ जातक कथाएँ हैं,
बेटियाँ ज़ीनत हदीसों की,
बेटियाँ गुरु ग्रंथ की वाणी,
बेटियाँ वैदिक ॠचाएँ हैं,
जिनमें खुद भगवान बसता है -
बेटियाँ वे वंदनाएँ हैं।
Ashok Singh
बेटियाँ जातक कथाएँ हैं,
बेटियाँ ज़ीनत हदीसों की,
बेटियाँ गुरु ग्रंथ की वाणी,
बेटियाँ वैदिक ॠचाएँ हैं,
जिनमें खुद भगवान बसता है -
बेटियाँ वे वंदनाएँ हैं।
*ज़ीनत=नाजुक; हदीस=पैग़म्बर के किए हुये काम; ॠचा=संस्कृत भाषा में (वेदों के) श्लोक
~ अज़हर हाशमी
March 16, 2015 | e-kavya.blogspot.com~ अज़हर हाशमी
Ashok Singh
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