Wednesday, November 19, 2014
अब उदास फिरते हो क्या
अब उदास फिरते हो क्या, सर्दियों की शामों में
इस तरह तो होता है, इस तरह के कामों में ।
~ शोएब बिन अज़ीज़
Oct 16, 2014
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment