Wednesday, November 19, 2014

वो अपने ज़ोम में था

वो अपने ज़ोम में था, बेख़बर रहा मुझसे
उसे गुमाँ भी नहीं, मैं नहीं रहा उसका

*ज़ोम=घमंड; बेख़बर=अनभिज्ञ; गुमाँ=शक, अंदेशा

~ अहमद फ़राज़
   October 9, 2014

No comments:

Post a Comment