Tuesday, May 12, 2015

इसी शहर में कई साल से

इसी शहर में कई साल से मिरे कुछ क़रीबी अज़ीज़ हैं
उन्हें मेरी कोई ख़बर नहीं मुझे उनका कोई पता नहीं

~ बशीर बद्र


  May 10, 2015| e-kavya.blogspot.com
  Submitted by: Ashok Singh

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