Sunday, November 1, 2015

उस एक चेहरे में आबाद थे


उस एक चेहरे में आबाद थे कई चेहरे
उस एक शख़्स में किस किस को देखता था मैं।

~ सलीम अहमद

  Oct 31, 2015| e-kavya.blogspot.com
  Submitted by: Ashok Singh

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