Friday, December 11, 2015

ज़िंदगी से गिराँ जवानी है



ज़िंदगी से गिराँ जवानी है
रहम अपने पे खाइये 'कैफ़ी'
देखकर अब कहीं घना साया
आप भी बैठ जाइए 'कैफ़ी'।

*गिराँ= भारी, क़ीमती

~ कैफ़ी आज़मी

  Nov 23, 2015| e-kavya.blogspot.com
  Submitted by: Ashok Singh

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