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Monday, February 23, 2015

ऎसा तेरा लोक, वेदना

ऎसा तेरा लोक, वेदना
नहीं, नहीं जिसमें अवसाद,
जलना जाना नहीं, नहीं
जिसने जाना मिटने का स्वाद!

क्या अमरों का लोक मिलेगा
तेरी करुणा का उपहार
रहने दो हे देव! अरे
यह मेरे मिटने क अधिकार!

~ महादेवी वर्मा
   Feb22, 2015 | e-kavya.blogspot.com
   Ashok Singh

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