बारहा उन से न मिलने
की क़सम खाता हूँ मैं,
और फिर ये बात क़स्दन
भूल भी जाता हूँ मैं
Jul 31, 2018 | e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
की क़सम खाता हूँ मैं,
और फिर ये बात क़स्दन
भूल भी जाता हूँ मैं
*क़स्दन=जान बूझ कर
~ इक़बाल अज़ीम
~ इक़बाल अज़ीम
Jul 31, 2018 | e-kavya.blogspot.com
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