यहाँ सब कुछ बिकता है, दोस्तों रहना जरा संभाल के
बेचने वाले हवा भी बेच देते है, गुब्बारों में डाल के
सच बिकता है, झूठ बिकता है, बिकती है हर कहानी
तीन लोक में फैला फिर भी, बिकता है बोतल में पानी
कभी फूलों की तरह मत जीना,
जिस दिन खिलोगे, टूट कर बिखर जाओगे।
जीना है तो पत्थर की तरह जियो;
जिस दिन तराशे गए, ख़ुदा बन जाओगे।।
~ हरिवंशराय बच्चन
Oct 30, 2014
बेचने वाले हवा भी बेच देते है, गुब्बारों में डाल के
सच बिकता है, झूठ बिकता है, बिकती है हर कहानी
तीन लोक में फैला फिर भी, बिकता है बोतल में पानी
कभी फूलों की तरह मत जीना,
जिस दिन खिलोगे, टूट कर बिखर जाओगे।
जीना है तो पत्थर की तरह जियो;
जिस दिन तराशे गए, ख़ुदा बन जाओगे।।
~ हरिवंशराय बच्चन
Oct 30, 2014
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