शाएर का जशन-ए-सालगिरह है शराब ला
मंसब ख़िताब रुत्बा उन्हें क्या नहीं मिला
बस नक़्स है तो इतना कि मम्दूह ने कोई
मिस्रा किसी किताब के शायाँ नहीं लिखा
Aug 22, 2018 | e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
मंसब ख़िताब रुत्बा उन्हें क्या नहीं मिला
बस नक़्स है तो इतना कि मम्दूह ने कोई
मिस्रा किसी किताब के शायाँ नहीं लिखा
*मंसब=पदवी, ख़िताब; नक़्स=कमी; मम्दूह=प्रसिद्ध (व्यक्ति); शायाँ=क़ाबिल
~ फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
~ फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
Aug 22, 2018 | e-kavya.blogspot.com
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