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Saturday, January 24, 2015

तीर पहुंचे नहीं निशानों पर

तीर पहुंचे नहीं निशानों पर
ये भी इल्ज़ाम है कमानों पर

जिस ने लब सी लिए सदा के लिए
उसका चर्चा है सब ज़बानों पर

सर झुकाये खड़े हैं सारे पेड़
और फल सज गए दुकानों पर

सच की दौलत न हाथ आई कभी
उम्र कटती रही बहानों पर

~ सलमान अख़्तर


   Jan 22, 2015 | e-kavya.blogspot.com
   Ashok Singh

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