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Friday, July 17, 2015

तेरा नाम लिखती हैं उँगलियाँ

तेरा नाम लिखती हैं उँगलियाँ ख़लाओं में,
ये भी इक दुआ होगी वस्ल की दुआओं में

*ख़लाओं में= शून्य या अंधेरों में; वस्ल=मिलन

~ इशरत आफ़रीं


   Jul 16, 2015| e-kavya.blogspot.com
   Ashok Singh

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