हम शूल को भी फूल बना सकते हैं
प्रतिकूल को अनुकूल बना सकते हैं
हम मस्त वो माँझी हैं जो मँझधारों में
हर लहर को भी कूल बना सकते हैं।
Jul 8, 2015| e-kavya.blogspot.com
Ashok Singh
प्रतिकूल को अनुकूल बना सकते हैं
हम मस्त वो माँझी हैं जो मँझधारों में
हर लहर को भी कूल बना सकते हैं।
*कूल=किनारा
~ उदयभानु हंस
~ उदयभानु हंस
Jul 8, 2015| e-kavya.blogspot.com
Ashok Singh
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