इसी शहर में कई साल से मिरे कुछ क़रीबी अज़ीज़ हैं
उन्हें मेरी कोई ख़बर नहीं मुझे उनका कोई पता नहीं
~ बशीर बद्र
May 10, 2015| e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
उन्हें मेरी कोई ख़बर नहीं मुझे उनका कोई पता नहीं
~ बशीर बद्र
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