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Sunday, December 31, 2017

हटता जाता है नभ से तम

Image may contain: sky, tree, outdoor and nature

हटता जाता है नभ से तम
संख्या तारों की होती कम
उषा झांकती उठा क्षितिज से बादल की चादर का कोना
शुरू हुआ उजियाला होना

ओस कणों से निर्मल–निर्मल
उज्ज्वल–उज्ज्वल, शीतल–शीतल
शुरू किया प्रातः समीर ने तरु–पल्लव–तृण का मुँह धोना
शुरू हुआ उजियाला होना

किसी बसे द्रुम की डाली पर
सद्यः जागृत चिड़ियों का स्वर
किसी सुखी घर से सुन पड़ता है नन्हें बच्चों का रोना
शुरू हुआ उजियाला होना

~ हरिवंश राय बच्चन

  Dec 25, 2017| e-kavya.blogspot.com
  Submitted by: Ashok Singh

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