कुछ लोग तो ख़िलाफ़ हों, हासिद कोई तो हो
क्या लुत्फ़ सीधी - सादी मोहब्बत में आएगा?
*हासिद=ईष्यार्लू, हसद अर्थात् डाह करनेवाला
~ फ़ाज़िल जाफ़री
Sep 18, 2015| e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
क्या लुत्फ़ सीधी - सादी मोहब्बत में आएगा?
*हासिद=ईष्यार्लू, हसद अर्थात् डाह करनेवाला
~ फ़ाज़िल जाफ़री
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