वह बहुत पुराने,
यादगार गीत पर नृत्य कर रही
गीत के बोल- शब्द वही पुराने
अर्थ वही नहीं
गायन से गायब
गायिकी-अंदाज
संगीत से राग
सुरताल-थाप
झंकार
नृत्य से
उस वक़्त की अभिनेत्री के
पाँव की थिरकन
चेहरे से भाव-भंगिमाएँ
देह से रिदम की संगत
आवश्यक वस्त्र
सब से अहम छूमंतर
नृत्य सम्मोहन
मनभावन!
~ नासिर अहमद सिकंदर
Jan 18, 2018| e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
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