इन्हीं पत्थरों पे चल कर, अगर आ सको तो आओ
मिरे घर के रास्ते में, कोई कहकशाँ नहीं है
*कहकशाँ=आकाशगंगा
~ मुस्तफ़ा ज़ैदी
Jan 04, 2018| e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
मिरे घर के रास्ते में, कोई कहकशाँ नहीं है
*कहकशाँ=आकाशगंगा
~ मुस्तफ़ा ज़ैदी
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