कितने अकेले तुम रह सकते हो?
अपने जैसे कितनों को खोज सकते हो तुम?
अपने जैसे कितनों को बना सकते हो?
हम एक गरीब देश के रहने वाले हैं
इसलिए
हमारी मुठभेड़ हर वक्त रहती है ताकत से।
देश के गरीब होने का मतलब है
अकड़ और अश्लीलता का
हम पर हर वक्त हमला।
~ रघुवीर सहाय
Oct 6, 2016| e-kavya.blogspot.comअकड़ और अश्लीलता का
हम पर हर वक्त हमला।
~ रघुवीर सहाय
Submitted by: Ashok Singh
No comments:
Post a Comment