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Thursday, August 4, 2016
हम हैं एहसास के सैलाब-ज़दा
हम हैं एहसास के सैलाब-ज़दा साहिल पर
देखिये हम को कहाँ, ले के किनारा जाये ।
~ दाराब बानो वफ़ा
Ju
l
2
1
, 2015|e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
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