मैं छुपाता हूँ बरहना ख़्वाहिशें,
वो समझती हैं कि शर्मीला हूँ मैं ।
*बरहना=(फारसी-बर्हन) जिसके शरीर पर कोई वस्त्र न हो, नग्न
Jul 30, 2015| e-kavya.blogspot.com
Ashok Singh
वो समझती हैं कि शर्मीला हूँ मैं ।
*बरहना=(फारसी-बर्हन) जिसके शरीर पर कोई वस्त्र न हो, नग्न
~ अनवर शऊर
Jul 30, 2015| e-kavya.blogspot.com
Ashok Singh
No comments:
Post a Comment