Disable Copy Text

Sunday, July 30, 2017

पोस्टकार्ड

Image may contain: one or more people and phone

यह खुला है
इसलिए ख़तरनाक है
ख़तरनाक है इसलिए सुंदर

इसे कोई भी पढ़ सकता है
वह भी जिसे पढ़ना नहीं
सिर्फ़ छूना आता है

इस पर लिखा जा सकता है कुछ भी
बस, एक ही शर्त है
कि जो भी लिखा जाय
पोस्टकार्ड की अपनी स्वरलिपि में
लिखा जाय

पोस्टकार्ड की स्वरलिपि
कबूतरों की स्वरलिपि है
असल में यह कबूतरों की किसी भूली हुई
प्रजाति का है
उससे टूटकर गिरा हुआ
एक पुरातन डैना

इसका रंग
तुम्हारी त्वचा के रंग से
बहुत मिलता है
पर नहीं
तुम दावा नहीं कर सकते
कि जो तुम्हें अभी-अभी देकर गया है डाकिया
वह तुम्हारा
और सिर्फ़ तुम्हारा पोस्टकार्ड है

पोस्टकार्ड का नारा है -
लिखना
असल में दिखना है
समूची दुनिया को
जिसमें अंधे भी शामिल हैं

एक कोरा पोस्टकार्ड
ख़ुद एक संदेश है
मेरे समय का सबसे रोमांचक संदेश l

~ केदारनाथ सिंह


  Jul 3 , 2017| e-kavya.blogspot.com
  Submitted by: Ashok Singh

No comments:

Post a Comment