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Sunday, July 16, 2017

उलझा है पाँव यार का

उलझा है पाँव यार का
ज़ुल्फ़-ए-दराज़ में,
लो आप अपने दाम में
सय्याद आ गया।

*ज़ुल्फ़-ए-दराज़=लम्बी ज़ुल्फें; दाम=जाल; सय्याद=शिकारी

~ मोमिन ख़ाँ मोमिन

  Jun 14, 2017| e-kavya.blogspot.com
  Submitted by: Ashok Singh

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