उलझा है पाँव यार का
ज़ुल्फ़-ए-दराज़ में,
लो आप अपने दाम में
सय्याद आ गया।
*ज़ुल्फ़-ए-दराज़=लम्बी ज़ुल्फें; दाम=जाल; सय्याद=शिकारी
~ मोमिन ख़ाँ मोमिन
Jun 14, 2017| e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
ज़ुल्फ़-ए-दराज़ में,
लो आप अपने दाम में
सय्याद आ गया।
*ज़ुल्फ़-ए-दराज़=लम्बी ज़ुल्फें; दाम=जाल; सय्याद=शिकारी
~ मोमिन ख़ाँ मोमिन
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