जग बीती दुनिया कहती है
मैं अपनी बीती कहता हूँ
कोई सुन ले रे
आँखें जिसको चाहे उसको प्यार कभी न करना रे
दिल की दुनिया उजड़ जाएगी प्रीत से हरदम डरना रे
कोई सुन ले रे
दो नैनों के कुछ बूँदों में जीवन ज्वाला जलती हैं
आँखें जब रोती हैं तो दुनिया की नज़र बदलती है
कोई सुन ले रे
दिल लेकर लाखोँ जाते हैं पर देने वाला कोई नहीं
मर मिटने की सब कहते हैं पर मरने वाला एक नहीं
कोई सुन ले रे
~ बी. सी. मधुर
Jun 06, 2015|e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
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