Disable Copy Text

Tuesday, June 20, 2017

उल्फ़त का जब किसी ने लिया नाम



उल्फ़त का जब किसी ने लिया नाम रो पड़े 
अपनी वफ़ा का सोच के अंजाम रो पड़े 

हर शाम ये सवाल मोहब्बत से क्या मिला 
हर शाम ये जवाब कि हर शाम रो पड़े 

राह-ए-वफ़ा में हम को ख़ुशी की तलाश थी
दो गाम ही चले थे कि हर गाम रो पड़े
*गाम=क़दम

रोना नसीब में है तो औरों से क्या गिला
अपने ही सर लिया कोई इल्ज़ाम रो पड़े

~ सुदर्शन फ़ाकिर


  May 21, 2017| e-kavya.blogspot.com
  Submitted by: Ashok Singh

No comments:

Post a Comment