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Tuesday, June 20, 2017

सोने के दिल मिट्टी के घर

Image may contain: 1 person, tree, sky, plant, outdoor and nature

सोने के दिल मिट्टी के घर पीछे छोड़ आए हैं 
वो गलियाँ वो शहर के मंज़र पीछे छोड़ आए हैं 

अपने आईनों को हम ने रोग लगा रक्खा है 
क्या क्या चेहरे हम शीशागर पीछे छोड़ आए हैं 

तुम अपने दरिया का रोना रोने आ जाते हो
हम तो अपने सात समुंदर पीछे छोड़ आए हैं

देखो हम ने अपनी जानों पर क्या ज़ुल्म किया है
फूल सा चेहरा चाँद सा पैकर पीछे छोड़ आए हैं

हम भी क्या पागल थे अपने प्यार की सारी पूँजी
उस की इक इक याद बचा कर पीछे छोड़ आए हैं

मंज़िल से अब दूर निकल आए हैं 'क़ैस' तो ख़ुश हैं
हम-साए के कुत्ते का डर पीछे छोड़ आए हैं

~ सईद क़ैस


  Jun 1, 2017| e-kavya.blogspot.com
  Submitted by: Ashok Singh

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