तुम आए हो तुम्हें भी आज़मा कर देख लेता हूँ,
तुम्हारे साथ भी कुछ दूर जा कर देख लेता हूँ।
~ अहमद मुश्ताक़
Apr 20, 2017| e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
तुम्हारे साथ भी कुछ दूर जा कर देख लेता हूँ।
~ अहमद मुश्ताक़
Apr 20, 2017| e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
No comments:
Post a Comment