ये फ़ित्ना आदमी की ख़ाना-वीरानी को क्या कम है,
हुये तुम दोस्त जिसके दुश्मन उसका आसमां क्यों हो।
*फ़ित्ना=उपद्रव; ख़ाना-वीरानी=घर की तबाही
Jan 18, 2016| e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
हुये तुम दोस्त जिसके दुश्मन उसका आसमां क्यों हो।
*फ़ित्ना=उपद्रव; ख़ाना-वीरानी=घर की तबाही
~ ग़ालिब
Jan 18, 2016| e-kavya.blogspot.com
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