अब के बार मिल के यूँ साल-ए-नौ मनायेंगे
रंजिशें भुला कर, हम नफ़रतें मिटायेंगें।
*साल-ए-नौ=नया साल
~ नामालूम
Dec 31, 2015| e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
रंजिशें भुला कर, हम नफ़रतें मिटायेंगें।
*साल-ए-नौ=नया साल
~ नामालूम
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