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Wednesday, January 27, 2016

पत्ती पत्ती ने एहतराम किया

पत्ती पत्ती ने एहतराम किया
झुक के हर शाख ने सलाम किया
बढ़ के फूलों ने पाँव चूम लिए
तुमने जब बाग़ में खिराम किया।

*एहतराम=आदर; खिराम=धीरे धीरे चलना या टहलना

~ राजेंद्रनाथ रहबर

  Jan 27, 2016| e-kavya.blogspot.com
  Submitted by: Ashok Singh

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