बाग़ सारा अगर न दे मौला
कम से कम एक दो गुलाब तो दे
आस्माँ रख तू अपने पास मगर
मेरे हिस्से का आफ़ताब तो दे
Jan 29, 2016| e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
कम से कम एक दो गुलाब तो दे
आस्माँ रख तू अपने पास मगर
मेरे हिस्से का आफ़ताब तो दे
~ गुलशन राय कँवल
Jan 29, 2016| e-kavya.blogspot.com
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