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Wednesday, February 10, 2016

वह एक तुम, तुम्हें फूलों पै भी

वह एक तुम, तुम्हें फूलों पै भी न आई नींद,
वह एक मैं, मुझे कांटों पै भी इज्तिराब न था।

*इज्तिराब=व्याकुलता, बेचैनी

~ नैयर अकबराबाजदी


  Feb 08, 2016| e-kavya.blogspot.com
  Submitted by: Ashok Singh

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