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Monday, October 12, 2015

प्यारे लम्हे आएंगें ...!



प्यारे लम्हे आएंगें और मजबूरी मिट जाएगी
हम दोनों मिल जाएंगे और सब दूरी मिट जाएगी
हर दम बहने वाली आँखों, की माला भी टूटेगी
तेरी मेरी हस्ती इस, बैरी बंधन से छूटेगी

लेकिन ये सब बातें हैं अपने जी के बहलाने की
दुख की रात में धीरे-धीरे दिल का दर्द मिटाने की
रोते रोते, हँसते हँसते, रुकते रुकते गाने की

सुख का सपना सूखा है और सूखा ही रह जाएगा
सूनी सेज पे प्रेम कहानी प्रेमी यूं कह जाएगा
होते होते सारा जीवन आखों से बह जाएगा

~ मीराजी

  Oct 12, 2015| e-kavya.blogspot.com
  Submitted by: Ashok Singh

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