इक सबब मरने का, इक तलब जीने की
चाँद पुखराज का, रात पश्मीने की।
*सबब=कारण; तलब=चाहत; चाँद पुखराज=पुखराज (पीले) जैसे रंग का चाँद ; पशमीना=कश्मीरी (पशमीना बकरियों की) ऊन से बनी हुयी बेहद नरम शॉल
Oct 13, 2015| e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
चाँद पुखराज का, रात पश्मीने की।
*सबब=कारण; तलब=चाहत; चाँद पुखराज=पुखराज (पीले) जैसे रंग का चाँद ; पशमीना=कश्मीरी (पशमीना बकरियों की) ऊन से बनी हुयी बेहद नरम शॉल
~ गुलज़ार
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