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Friday, October 23, 2015

ठंडी साँसे ना पालो सीने में



ठंडी साँसे ना पालो सीने में
लम्बी सांसों में सांप रहते हैं
ऐसे ही एक सांस ने इक बार
डस लिया था हसीं क्लियोपेत्रा को

मेरे होटों पे अपने लब रखकर
फूँक दो सारी साँसों को 'बीबा'

मुझको आदत है ज़हर पीने की

~ गुलज़ार


  Oct 22, 2015| e-kavya.blogspot.com
  Submitted by: Ashok Singh

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