क्यों हाथ जला, लाख छुपाए गोरी
सखियों ने तो खोल के पहेली रख दी
साजन ने जो पल्लू तेरा खेंचा, तू ने
जलते हुए दीपक पे हथेली रख दी
~ जाँ निसार अख़्तर
Oct 7, 2015| e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
सखियों ने तो खोल के पहेली रख दी
साजन ने जो पल्लू तेरा खेंचा, तू ने
जलते हुए दीपक पे हथेली रख दी
~ जाँ निसार अख़्तर
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