Disable Copy Text

Friday, April 8, 2016

नसीब आजमाने के दिन आ रहे हैं


Image may contain: 1 person, flower

नसीब आजमाने के दिन आ रहे हैं
क़रीब उनके आने के दिन आ रहे हैं

जो दिल से कहा है, जो दिल से सुना है
सब उनको सुनाने के दिन आ रहे हैं

अभी से दिल-ओ-जाँ सर-ए-राह रख दी
कि लुटने लुटाने के दिन आ रहे हैं

टपकने लगी उन निगाहों से मस्ती
निगाहें चुराने के दिन आ रहे हैं

सबा फिर हमें पूछती फिर रही है
चमन को सजाने के दिन आ रहे हैं

चलो फ़ैज़ फिर से कहीं दिल लगायें
सुना है ठिकाने के दिन आ रहे हैं.

‍~ फ़ैज़ अहमद फ़ैज़


  Mar 19, 2015|e-kavya.blogspot.com
  Submitted by: Ashok Singh

No comments:

Post a Comment