आओ मेरे पास
मैं बताउंगा
कैसे अटक जाता है काँटा
मछली के गले में
और छलनी हो जाता है
एक पूरा समुद्र
आओ मेरे पास
मैं दिखाउंगा
कैसे जलाए जाते हैं
आतंक की आग में
विशवास के सारे मूल्य
आओ मेरे पास
मैं सुनाऊंगा
कैसे सूली चढ़ाया जाता है
अंधों के शहर में सूर्य
और की जाती है पूजा
अँधेरी रात की
आओ मेरे पास
मैं समझाऊंगा
कैसे लुढ़क जाता है
हमारे संविधान का पहिया
संसद जाने वाली सड़क के
बीचो-बीच
आओ मेरे पास
मैं बताउंगा
कैसे चाट रहे हैं
पुलिस प्रशासन के दीमक
बापू के अहिंसा ग्रन्थ का
एक-एक पन्ना.
~ निदा नवाज़
Aug 18, 2015|e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
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