आकाश के फूलों से न श्रृंगार करो
तुम स्वर्ग नहीं भू को नमस्कार करो
भगवान को दिन रात रिझाने वालों,
उस के बंदों से भी कुछ प्यार करो।
~ उदय भानु 'हंस'
Nov 27, 2015| e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
तुम स्वर्ग नहीं भू को नमस्कार करो
भगवान को दिन रात रिझाने वालों,
उस के बंदों से भी कुछ प्यार करो।
~ उदय भानु 'हंस'
Nov 27, 2015| e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
No comments:
Post a Comment