हर बात पे इक अपनी सी कर जाऊँगा
जिस राह से चाहूँगा गुज़र जाऊँगा
जीना हो तो मैं मौत को दे दूँगा शिकस्त
मरना हो तो बेमौत भी मर जाऊँगा
~ महबूब राही
Nov 13, 2015| e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
जिस राह से चाहूँगा गुज़र जाऊँगा
जीना हो तो मैं मौत को दे दूँगा शिकस्त
मरना हो तो बेमौत भी मर जाऊँगा
~ महबूब राही
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