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Wednesday, June 11, 2014

लिपट लिपट के वा के

लिपट लिपट के वा के सोई
छाती से छाती लगा के रोई
दांत से दांत बजे तो ताड़ा
ऐ सखि साजन? ना सखि जाड़ा!

~ अमीर ख़ुसरो


1/28/2014

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