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Wednesday, June 11, 2014

फ़िज़ा में दूर तक मरहबा


फ़िज़ा में दूर तक मरहबा के नारे हैं
गुज़रने वाले हैं कुछ लोग याँ से ख़्वाब के साथ

बड़ी अजीब महक साथ ले के आई है
नसीम, रात बसर की किसी गुलाब के साथ

~ शहरयार

1/5/2014

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