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Sunday, June 8, 2014

तस्कीन-ए-दिल

तस्कीन-ए-दिल की एक ही तदबीर है फ़क़त
सर फोड़ लीजिए कोई दीवार देख कर

*तस्कीन-ए-दिल=दिल को तसल्ली; तदबीर=सोची हुई युक्ति

~ अब्दुल हमीद अदम

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