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Friday, June 6, 2014

शायद मुझे निकाल के

शायद मुझे निकाल के पछता रहे हों आप
महफ़िल में इस ख़याल से फिर आ गया हूं मैं

~ अब्दुल हमीद 'अदम'
   June 6, 2014

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