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Friday, April 3, 2015

लौ लगाती गीत गाती



लौ लगाती गीत गाती,
दीप हूँ मैँ, प्रीत बाती

नयनोँ की कामना,
प्राणोँ की भावना.
पूजा की ज्योति बन कर,
चरणोँ मेँ मुस्कुराती

आशा की पाँखुरी,
श्वासोँ की बाँसुरी ,
थाली ह्र्दय की ले,
नित आरती सजाती

कुमकुम प्रसाद है,
प्रभू धन्यवाद है
हर घर में हर सुहागन,
मँगल रहे मनाती

~ नरेन्द्र शर्मा


  Jul 13, 2012| e-kavya.blogspot.com
  Submitted by: Ashok Singh

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