बात !
बात होनी चाहिए
सारगर्भित
और छोटी !
जैसे कि
पहलवान की लंगोटी।
डैमोक्रैसी क्या होती है ?
-सर, जहां
जनता के लिए
जनता के द्वारा
जनता की
ऐसी-तैसी होती है,
वहीं डैमोक्रैसी होती है।
~ अशोक चक्रधर
Jan 26, 2011| e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
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