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Sunday, April 5, 2015

जब से मै छपने लगा अख़बार में



जब से मै छपने लगा अख़बार में
बढ़ गयी क़ीमत मेरी बाज़ार में

अस्ल रिश्तों का खुल़ासा कल हुआ
जब उन्हे परखा गया मँझधार में

कौन दरवाज़े पे आ कर रूक गया
सुगबुगाहट बढ़ गयी है बार में

जुर्म उनका कल सुबह साबित हुआ
शाम वो शामिल हुए सरकार में

~ मेजर संजय चतुर्वेदी - अंजू चतुर्वेदी


   Mar 21, 2012| e-kavya.blogspot.com
   Submitted by: Ashok Singh 

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