
जब से मै छपने लगा अख़बार में
बढ़ गयी क़ीमत मेरी बाज़ार में
अस्ल रिश्तों का खुल़ासा कल हुआ
जब उन्हे परखा गया मँझधार में
कौन दरवाज़े पे आ कर रूक गया
सुगबुगाहट बढ़ गयी है बार में
जुर्म उनका कल सुबह साबित हुआ
शाम वो शामिल हुए सरकार में
~ मेजर संजय चतुर्वेदी - अंजू चतुर्वेदी
Mar 21, 2012| e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
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