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Friday, April 3, 2015

अजब सी छटपटाहट



अजब सी छटपटाहट,
घुटन,कसकन ,है असह पीङा
समझ लो
साधना की अवधि पूरी है

अरे घबरा न मन
चुपचाप सहता जा
सृजन में दर्द का होना जरूरी है

~ कन्हैयालाल नंदन


  Jun 21, 2012| e-kavya.blogspot.com
  Submitted by: Ashok Singh

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