
जीती-जगती कलियों को लें तोड़, बनाते हार
पत्थर की दुर्गाओं की फिर पूजा करते लोग
कमज़ोरों के आगे दीखते पत्थर जैसे सख्त
ताक़तवर कोई आये तो फूल से झरते लोग
अपने काम की खातिर देते रिश्वत में परसाद
कहने को सब कहते हैं भगवान् से डरते लोग
~ संजय ग्रोवर
पत्थर की दुर्गाओं की फिर पूजा करते लोग
कमज़ोरों के आगे दीखते पत्थर जैसे सख्त
ताक़तवर कोई आये तो फूल से झरते लोग
अपने काम की खातिर देते रिश्वत में परसाद
कहने को सब कहते हैं भगवान् से डरते लोग
~ संजय ग्रोवर
Apr 11, 2012| e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
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